Manav Dharm Yog trust क्या है ?
जनमानस में कुरूतियों को समझते हुए ग़रीब
लाचार,असहाय,निर्बल आवला मानव को करुणा और सहायता करने की प्रवृत्ति ।
मानव धर्म योग ट्रस्ट जीवन जीने का एक सही मानसिक मानवीय तरीका है. जीवआत्मा से परमात्मा की ओर… यह एक ऐसा मानव धर्म योग ट्रस्ट है जो मानव को मानवता से आगे ले जाकर देवत्व की ओर ले जाता है |
मानव अपना धर्म, मनुष्य के स्वभाव-धर्म या स्वाभाविक क्रियाकलापों के ज़रिए हासिल किया जाता है. यह सरल आचरण, ज्ञान-अनुभव, और चेतना के क्रमिक अर्जन के ज़रिए हासिल किया जाता है. जिसकी शिक्षा मानव धर्म योग ट्रस्ट के माध्यम से दी जाती है…
मानव धर्म योग, सभी धर्मों का सार तत्व है. इसे जनाने का प्रयास कराया जाता है
मानव धर्म योग ट्रस्ट के कुछ गुण-धर्म ये हैं:
लाचार,असहाय,निर्बल आवला मानव को करुणा और सहायता करने की प्रवृत्ति ।
निष्पक्षता और न्याय प्रियता
छल, कपट, कृतघ्नता, स्वार्थी प्रवृत्ति, प्रपंच, और धूर्तता से दूरी बनाना
अंधभक्ति और अंध विश्वास से दूरी बनाना और सत्य को जानना
भ्रष्टाचार न करना और न कराना
मानव की मानवता, स्थान, या वस्तु का अतिक्रमण न करना न कराना
**दम्भ, पाखंड, और ढोंग से दूर रह कर अपना अनुभव पर ही कार्य करना और औरों को संदेश देना….
मानव धर्म योग ट्रस्ट मूल उदेश्य जरूरतमंद की सेवा करते हुए मानव कोआत्मा का अनुभव करना, आत्म-साक्षात्कार के मार्ग पर चलना, और उसे अपने जीवन में अभिव्यक्त करना भी है….
Manav Dharm Yog trust क्यों है ?
मानव धर्म योग हमें संसार में परस्पर प्रेम, सहानुभूति और एक-दूसरे के प्रति सम्मान करना सिखाकर श्रेष्ठ आदर्शों की ओर ले जाता है। मानव धर्म उस स्वच्छ व्यवहार को माना गया है जिसका अनुसरण करके सभी को प्रसन्नता और शांति प्राप्त हो सके। दूसरों की भावनाओं को न समझना और उनके साथ छल-कपट करना मानव धर्म नहीं है।परिवार,समाज देश और विश्व मे भेद भाव ऊंच नीच की मानसिकता का समन करना और मानसिक शांति प्रदान करना है..